tag:blogger.com,1999:blog-2419884849297657734.post4892508969050800936..comments2024-02-15T11:31:59.371+05:30Comments on मुकुल का मीडिया: रोज़ डे से प्यार का आगाज़ होता है और होलिका दहन के साथ द एंड Mukulhttp://www.blogger.com/profile/17912641611101930410noreply@blogger.comBlogger6125tag:blogger.com,1999:blog-2419884849297657734.post-11179920733409872542016-10-11T14:08:13.579+05:302016-10-11T14:08:13.579+05:30मुहब्बत में सच्चा प्यार न मिला, दिल से चाहे हमें ...मुहब्बत में सच्चा प्यार न मिला, दिल से चाहे हमें वो प्यार न मिला। <br />लूटा दिया उसके लिए सब कुछ मैने, मुसीबत में मुझे मददग़ार न मिला। Sudhanshuthakurhttps://www.blogger.com/profile/11141533613595812284noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419884849297657734.post-87032960076615699172016-10-11T14:05:32.288+05:302016-10-11T14:05:32.288+05:30प्यार के मानव मस्तिष्क पर असर के बारे में काफी रिस...प्यार के मानव मस्तिष्क पर असर के बारे में काफी रिसर्च हुई हैं। वैज्ञानिकों ने पाया कि कि जब कोई व्यक्ति प्यार में होता है तो उसके शरीर में एक ख़ास हार्मोन का प्रवाह बढ़ जाता है। इनमे से एक है ऑक्सीटोसिन, जिसे आम भाषा में 'लव हार्मोन' कहते हैं। लेकिन ये लव हार्मोन का साइड इफ़ेक्ट आज के ज़माने में जल्दी नही देखने को मिलते अब तो लोग प्यार सिर्फ़ और सिर्फ़ सूरत खूबसूरती पैसा देख कर करते हैं । Sudhanshuthakurhttps://www.blogger.com/profile/11141533613595812284noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419884849297657734.post-25150703896445809442016-10-07T23:34:22.257+05:302016-10-07T23:34:22.257+05:30प्यार के बाज़ार में सब दुकान लगाकर बैठे हैं, न उसम...प्यार के बाज़ार में सब दुकान लगाकर बैठे हैं, न उसमें सम्मान हैं, न भरोसा न रिश्तों की मज़बूत डोर। सोशल मीडिया पर जिस प्यार का ऐलान ज़ोर-शोर से किया जाता है उसे हकीकत में कबूला नहीं जाता।<br /><br />नहीं ये हो नहीं सकता की तेरा लाईक न आए <br />बिना तेरे, मेरे दिलबर फेसबुक रास न आए<br />तेरे देखने से पहले मुझे नज़र न लग जाए। <br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/08868769980589531933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419884849297657734.post-7928667400510102502015-10-27T00:31:06.237+05:302015-10-27T00:31:06.237+05:30Love is losing its true meaning because of the gro...Love is losing its true meaning because of the growing trend of digital love. we have become so dependent on technology for our love. now days emotions and feelings are measured on the amount of time of your chatting or your relationship status on facebook or your pictures on instagram. Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/10241238898122589573noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419884849297657734.post-80103938050032562672015-02-22T01:14:24.046+05:302015-02-22T01:14:24.046+05:30खूब कहा सुशील जी ने रिश्तों के बारे में.
मीडिया क...खूब कहा सुशील जी ने रिश्तों के बारे में.<br /><br />मीडिया के फलने फूलने के बाद अंधानुकरण की होड सी लग गयी है पिछले ३० सालों में. हैप्पी न्यू ईयर के साथ शुरू हुआ सिलसिला लगभग <br />सभी विलायती मौकों को मनाने में जुटा है. हमारी संस्कृति इन मौकों के पीछे छुप गयी सी प्रतीत होती है. <br /><br />जिम्मेदारी के अहसास का गुम होना चिंता का विषय है मुकुल जी. नयी पीढ़ी को मोबाइल की रिफिल और पेट्रोल के पैसे के सिवा शायद <br />दूसरी चीज़ें दिखना बंद हो गयी हैं. Geetsangeethttps://www.blogger.com/profile/10218075882504626571noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419884849297657734.post-65595273629523942812015-02-09T21:59:16.185+05:302015-02-09T21:59:16.185+05:30आज कल की हमारी पीढ़ी पर कटाक्ष करते हुये एक शायर ने...आज कल की हमारी पीढ़ी पर कटाक्ष करते हुये एक शायर ने कहा था .....<br />मोबाइलों के दौर के ये आशिक क्या जाने ....<br />॰<br />कैसे रखते थे खत मे हम कलेजा निकाल के ....<br /> <br />शायद रिश्तों के बीच ये बात भी लागू होती है जैसे इलेक्ट्रानिक के सामान ज्यादा नहीं चलते वैसे ही रिश्ते भी हो गए हैं अब ॥ <br />बोलना ही होगाhttps://www.blogger.com/profile/07211515637659792014noreply@blogger.com