tag:blogger.com,1999:blog-2419884849297657734.post5081166771383894940..comments2024-02-15T11:31:59.371+05:30Comments on मुकुल का मीडिया: असमय दम तोड़ता देश का भविष्य Mukulhttp://www.blogger.com/profile/17912641611101930410noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-2419884849297657734.post-15661433575029720022017-09-23T02:25:08.743+05:302017-09-23T02:25:08.743+05:30आपने एक बहुत अहम् मुद्दा उठाया है | ज़रूरी है इन मौ...आपने एक बहुत अहम् मुद्दा उठाया है | ज़रूरी है इन मौतों की वजह को बेहतर तरीके से एवं बारीकी से समझ सरकारी प्रयासों को दिशा देना एवं जनमानस को सचेत करना नहीं तो ये मौतें ऐसी ही होते रहेंगी | किसी भी शिशु के 5 साल के आयु के समय में कई पड़ाव होते हैं - जैसे पहले 28 दिन का पड़ाव (40-45 प्रतिशत मौतें इसी पड़ाव में होती हैं), पहले महीने से पहले साल तक का पड़ाव और फिर दुसरे साल से चौथे साल तक का पड़ाव | इन पड़ाव में शिशु की मृत्यु के अलग अलग कारण है एवं अलग अलग मुद्दे पर देखभाल की ज़रुरत है| जहाँ पहले पड़ाव में मृत्यु को रोकने के लिए गर्भावस्था में देखभाल एवं प्रसव सेवाओं की गुणवत्ता को बेहतर करना होगा वहीँ दुसरे पड़ाव में मृत्यु से बचाव हेतु स्तनपान, टीकाकरण, डायरिया एवं निमोनिया प्रबंधन ज़रूरी है | कुपोषण लगभग 40 प्रतिशत मौतों की वजह है इसलिए अंतिम पड़ाव में इसके साथ साथ डायरिया एवं निमोनिया पर ध्यान केन्द्रित करना होगा| अब बात न केवल देश के भविष्य की है बल्कि ये हमारी प्राथमिक्ताओं को भी दर्शाता है | सरकार को तुरंत कदम उठाने की ज़रुरत है |इमरान खानnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2419884849297657734.post-29766570602597737582014-12-13T11:40:06.174+05:302014-12-13T11:40:06.174+05:30उम्मीद है कुछ और सत्यार्थी आगे आयेंगे और
अभियान क...उम्मीद है कुछ और सत्यार्थी आगे आयेंगे और <br />अभियान को आगे बढ़ाएंगे .Geetsangeethttps://www.blogger.com/profile/10218075882504626571noreply@blogger.com