tag:blogger.com,1999:blog-2419884849297657734.post949377793074930253..comments2024-02-15T11:31:59.371+05:30Comments on मुकुल का मीडिया: मेरी कविता (जनसंदेश टाईम्स में 28/07/13को प्रकाशित )Mukulhttp://www.blogger.com/profile/17912641611101930410noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-2419884849297657734.post-80974790897890240992016-10-12T21:50:41.643+05:302016-10-12T21:50:41.643+05:30तुम यूँ लिखते हो आज तुम्हे बतलाता हूँ
हर पल हर क्...तुम यूँ लिखते हो आज तुम्हे बतलाता हूँ <br />हर पल हर क्षण जीवन का तुम एक सोच बनाते हो<br />अपनी मन की अभिव्यक्ति आकार बनाते हो,<br />तुम यूँ लिखते हो....<br />जब होता हलचल जीवन में <br />जब मचता कोलाहल गगन में,<br />अपने मन के उन भावों का<br />उन सारी आशाओं का <br />उन भाव भंगिमाओं का ,<br />एक सजल चित्र बनाते हो<br />तुम क्यूँ लिखते हो आज तुम्हे बतलाता हूँ ......<br />chakkarghinnihttps://www.blogger.com/profile/04250474432016006218noreply@blogger.com