आपने गौर किया होगा कि जब काम हमारे हिसाब से नहीं होता तब हमें टेंशन होती है और तब हम चीजें बेहतर करने की कोशिश करते हैं. जो लोग टेंशन से हार मानकर हथियार डाल देते हैं वो जीवन में कुछ ख़ास नहीं कर पाते और जो टेंशन से लड़ते हैं वो बड़े लीडर या आविष्कारक बन जाते हैं.जिन्हें दुनिया पहचानती है.न्यूटन ने जब सेब को जमीन पर गिरते देखा तो ये सोचा कि ये जमीन पर क्यूँ गिरा ये ऊपर आसमान में क्यूँ नहीं गया और इस टेंशन में उन्होंने धरती का गुरुत्वाकर्षण सिद्धांत खोज निकाला.पर अगर आप सिर्फ टेंशन ले रहे हैं और काम नहीं कर रहे हैं तो समझ लीजिये आप मुश्किल में हैं.काम का ज़िक्र करना और ज़िक्र का फ़िक्र करना अपने आप में एक समस्या है और ऐसे ही लोग अक्सर ये बोलते सुने जाते हैं बड़ी टेंशन है यार,टेंशन सभी को है पर उसका जिक्र सबसे करके क्या फायदा तो टेंशन के टशन का दूसरा सबक है. अगर तनाव आपको बहुत ज्यादा है तो उसका जिक्र उन लोगों से कीजिये जो आपके अपने हैं और ऐसे ही लोग आपको टेंशन से निकाल पायेंगे पर ध्यान रहे आपको उन पर भरोसा करना पड़ेगा.
टेंशन एक स्टेट आफ माईंड है पर जिसे आप मैनेज कर सकते हैं,जब आप किसी मसले पर ज्यादा देर तक चिंता के साथ सोचते हैं तो वो टेंशन हो जाता है पर इसे जरुरत से ज्यादा मत बढ़ने दीजिये और समय रहते इसका मैनेजमेंट कीजिये.टेंशन को मैनेज करने का हर इंसान का अपना एक अलग तरीका होता है.कोई गाने सुनता है तो कोई लॉन्ग ड्राइव पर निकल जाता है तो आपको जब लगे कि तनाव ज्यादा ज्यादा बढ़ रहा है तो वो आम करें जो आपको पसंद हो फिर देखिये कि कैसे आपका सारा टेंशन छू मंतर हो जाएगा.जैसे खाने में स्वाद बढाने के लिए मसालों का इस्तेमाल होता है वैसे ही जिन्दगी का असली मजा तो तभी है जब उसमें थोडा बहुत मसाला हो.भाई जब चैलेंजेस होंगे तो टेंशन भी होगा सीधी सपाट लाईफ कभी आपने किसी की देखी है भला.कुछ न कुछ तो सबके जीवन में होता है ये आपके ऊपर है क्यूंकि आज का ये दिन कल बन जाएगा कल तो पीछे मुड़ कर क्या देखना तो टेंशन को तार तार कीजिये.
प्रभात खबर में 13/07/2021 को प्रकाशित
एक हद तक टेंशन भी जरुरी है
ReplyDeleteबहुत सुन्दर