Tuesday, August 15, 2017

स्माईली का सवाल है !

अच्छा आपने बदलाव बहुत बात सुनी होंगी पर क्या इस बदलाव को महसूस किया है स्मार्ट फोन और इंटरनेट कितना तगड़ा बदलाव हमारे जीवन के हर पहलू में ला रहे हैं .कुछ का पता हमें पता पड़ता और कुछ का बिलकुल भी नहीं ,पीसीओ और साईबर कैफे इतिहास हैं हर हाथ में इंटरनेट बोले तो स्मार्टफोन जो भरे हुए हैं दुनिया भर के एप्स से . पहले भारत के एक सामान्य  इंसान का अगर तकनीक से बहुत पाला पड़ता था तो दो चीजें थी पहला कैलकुलेटर और दूसरा टाईपराईटर. तकनीक हमारी जिंदगी का कितना अहम हिस्सा होती जा रही है.ये तकनीकी बदलाव हमारे बात चीत करने की एक नयी वर्तनी गढ़ रहे हैं कितने नए शब्द मिल गए हैं हमें. थोडा सा डूड बनकर चलते हैं बाजार  घूमने  और देखते हैं इस नयी दुनिया में  लोग कैसे बोल बतिया रहे  हैं उप्प्स चैट कर रहे  हैं.यार् पिज्जा खाना है नॉट वरी चिलेक्स मुझे गूगल करने दे अभी बताता हूँ कि कौन सा पिज्जा आउटलेट करीब है.नेट स्लो है सेम ओल्ड कनेक्शन प्रोब्लम, क्या तू अभी एस एम् एस में अटका है,फैंक दे इस फ़ोन को कोई बजट स्मार्ट फोन ले ले.देख इंसान स्मार्ट हो न हो पर गैजेट स्मार्ट होने चाहिए. ये तो एक बानगी भर है वर्च्युल वर्ल्ड की बातें रीयल वर्ल्ड में कितनी तेजी से हमसे जुड़ती जा रही हैं. तू मेरा कैसा दोस्त है जो प्रोफेशनल लाइकर्स की तरह मेरी हर बात में हाँ हाँ किये जा रहा है तेरा भी कोई पॉइंट ऑफ व्यू है कि नहीं लाईफ का एक्टिव यूजर्स बन बिंदास कमेन्ट कर. यहाँ प्रेमी प्रेमिका भी कुछ ऐसी ही रौ में बहे चले जा रहे हैं उधर वो  चैट पर जल रही होती कभी हरी तो कभी पीली और इधर वो, तो बस लाल ही होता हूँ.तुम एक स्माइली भी नहीं भेज सकती,तुम बिजी हो तो मैं कौन सा हैबीटुएटेड चैटर हूँ और सुनो चैटर हो सकता हूँ चीटर नहीं.अब जवाब भी सुनिए वो भी कम दिलचस्प नहीं है काश तुम टाईम लाइन रिव्यू  होते जब चाहती  अनटैग कर देती  है. बाप बेटे की रोड पर होती तकरार का आप भी लुत्फ़ लीजिए.तुम इतनी रात तक चैट की बत्तियों को जलाकर किसको हरी झंडी दिखाते रहते हो.क्या पापा ऐसा कुछ भी नहीं है मैं तो बस फोन पर ही ऑनलाइन रहता हूँ.बेटे बाप हूँ तेरा मैं इन्विजीबल रहकर तेरी हर हरकत पर नजर रखता हूँ ये लड़कियों का चक्कर छोड़ पढ़ाई पर ध्यान लगा नहीं तो जिंदगी तुझे ब्लॉक कर देगी तब तू बस लोगों को फ्रैंड रिक्वेस्ट भेजता फिरेगा और लोग तुझे वेटिंग में डालते रहेंगे. अगर आपको ये लेख पसंद आया हो तो मुस्कुराईयेगा जरुर आखिर एक स्माईली का ही तो सवाल है .
प्रभात खबर में 15/08/17 को प्रकाशित 

12 comments:

HARSHVARDHAN said...

आपकी इस पोस्ट को आज की बुलेटिन 71वां स्वतंत्रता दिवस और श्री कृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक बधाई - ब्लॉग बुलेटिन में शामिल किया गया है। कृपया एक बार आकर हमारा मान ज़रूर बढ़ाएं,,, सादर .... आभार।।

Vikas Verma said...

स्माइली अपने भाव को व्यक्त करने बेहतर विकल्प हो सकता है पर आप स्माइली से किसी से तर्क़ नही कर सकते । स्माइली कही न कही लोगो की बोलने की छमता पर असर डाल रही है। (विकास वर्मा)

शिवा की कलम said...

उत्तम विचार #गुरूजी 🙏
😂

Unknown said...

बहुत खूब

Unknown said...

nice words its simple but way of writing initiate me to write

Unknown said...

स्मार्ट फोन्स को आज सिर्फ हमने खुद को बिजी रखने का तरीका बना लिया है
चाहे जरुरत हो चाहे न हो कही ना कही ये हमें आज कल खुद को एक्सप्रेस करने से रोक रहे है ना हम एमोशन्स से इतने दूर होते जा रहे है की लोगो के दुःख में भी उनको सांत्वना देने की जगह सेल्फी लेना पसंद करने लगे है |

PawanBeetuWrites said...

Nice post, there are two aspects of social media, negative and positive, if you will use it in positive way, it can help everyone.

Now talking about technology, yes we are upgrading our world and our daily life with technology and it will keep changing and upgrading.

Unknown said...

This article indeed made me smile, with hearts in the eye smiley I wanted to give it a super like but my internet connection was super slow so I could not comment. I like the fact that the author is into delivering both serious and light weighted content. Pointing out at the calculator and the typewriter, the author definitely took us back in time where we were growing up seeing our fathers do some official work on Saturday evenings with a glass of whiskey in one hand and fingers of the other hand on the calculator. I was also reminded of how the first mobile phone that was brought to the house had an antenna on top and father invested a whole hundred bucks to make four three-minutes-calls to various family members living in other cities to announce the good news. Today that one hundred rupee note can actually get me high speed internet data for a full month. Technology has definitely come a long way and so have us.
Student rating – 4/5

akshay verma said...

Our life is an experiment.The more experiments you make the better you will get.Life's true gift lies in our freedom to design it beautifully with each rise of the sun we get to chase the opportunity to fill our days with meanings.To live our life the way we choose.The use of virtual world of smilies makes our life full of joy and happiness.The use of one smily can say many things which we cannot say in words.:) :)

Ayushi said...

This blog is very simple and sweet. Loved to read it.

Unknown said...

Hahaha that's too good. Enjoyed reading this one the most. Yes of course internet and smart phone has brought drastic change in society and relationships but it's not bad on the other hand. It made our life so easy and soo informative. Today we can show the world about our talents. This is a blessing.

prashantsingh said...

smart phone aaj k samay me apne aapko busy rakhne ka ek saadhan hai. aaj k samay me touch mobile to sabke pass hai lekin koi touch me nhi hai ,aapki story padhkar mujhe bahut accha lga sir

पसंद आया हो तो