Saturday, November 8, 2008

हर चेहरा कुछ कहता है

तेरे चेहरे में वो जादू है , जी हाँ चेहरे में भी जादू होता है यह सिर्फ़ एक फिल्मी गाने की पंक्तियाँ नहीं हैं बल्कि जिन्दगी की सच्चाई भी है. मुझे एक और गाना याद आ रहा है सलामी फ़िल्म का चेहरा क्या देखते हो दिल में उतर कर देखो न , बात एकदम खरी है दिल और चेहरे का एकदम सीधा सम्बन्ध है. लाख छुपाओ छुप न सकेगा राज हो कितना गहरा दिल की बात बता देता है असली नकली चेहरा . मेरी आदत है भीड़भाड़ में, सेमिनार में, ट्रेन की यात्राओं में मैं चेहरे मिलाया करता हूँ  .अगर अपरिचित का चेहरा अपने किसी परिचित से मिलता-जुलता हुआ तो मैं गिनने लगता हूँ कि दोनों की क्या-क्या अदाएं मिलती-जुलती हैं। ऐसे अपरिचितों से कभी बात करने की हिम्मत तो नहीं हुई, लेकिन मुझे लगता है कि हर चेहरा कुछ कहता है , अब इस गाने में तो यही कहा जा रहा है चेहरा है या चाँद खिला है (फ़िल्म :सागर )आईये आज चेहरे की भाषा को समझने की कोशिश की जाए.
                 रोज़ हम न जाने कितने चेहरे देखते हैं लेकिन कभी गौर नहीं करते असल में चेहरा हमारी पर्सनाल्टी  का आइना होता है और हर चेहरा कुछ कहता है लेकिन हम समझना चाहें तो , चेहरे से ही हमारी सोच और बॉडी लैंग्वेज का पता चलता है मतलब की परदे के पीछे क्या चल रहा है .डर से चेहरा काला पड़ जाता है गुस्से में चेहरा लाल हो जाता है ,शर्म से चेहरा गुलाबी हो जाता है और बीमारी में चेहरा पीला पड़ जाता है ये तो चेहरे के रंग हैं जो जिन्दगी की हलचल को बताते हैं पर ये रंग जो चेहरे पर दिखते हैं वह रियलिटी में हमारे दिल की भावनाएं होती हैं जो चेहरे पर दिखती हैं . हम अगर अन्दर से अच्छा महसूस कर रहे हैं तो चेहरे पर वो खुशी दिखेगी अगर दुखी हैं तो चेहरा डल दिखेगा अब जिन्दगी में सुख दुःख तो आते जाते रहेंगे और आप इससे बच नहीं सकते , तो क्यों न इनसे मुकाबला किया जाए प्रॉब्लम  से भागना कोई सॉल्यूशन नहीं हो सकता और चेहरे को अच्छा रखना है तो दिमाग को अच्छा रखना बहुत जरूरी है . दिमाग को अच्छा रखने का एक मात्र तरीका है कि अपना दिमाग हमेशा खुला रखा जाए और नए विचारों का स्वागत किया जाए यानि फ्लेक्सिबिल्टी जरूरी है किसी भी विचार से चिपका न जाए अगर मैं सही हूँ तो सामने वाला भी सही हो सकता है, अगर आपको कोई बात अच्छी लग रही है तो उसकी खुल कर तारीफ कीजिये अपनी किसी बात पर या अपने आप पर घमंड आपके चेहरे की खूबसूरती को ख़तम कर देगा . चेहरे की खूबसूरती का राज़ किसी फेयर नेस क्रीम में नहीं है बल्कि विचारों के खुलेपन  मे है . क्योंकि विचार ही तो हमारी आपकी सोच बनाते हैं और सोच ही आम इंसान को खास बनाती है और अगर आप ऐसा कर पाए तो लोग यही कहेंगे तेरे चेहरे से नज़र नहीं हटती .
                      चेहरे की बाहरी खूबसूरती को निखारने के अनेक प्रोडक्ट मार्केट में हैं लेकिन ये प्रोडक्ट आपके चेहरे को लांग लॉस्टिंग  खूबसूरती नहीं दे सकते ये खूबसूरती तो आपका दिमाग दे सकता है जो सोचता है समझता है इस छोटे से दिमाग को अगर आप खुला रखेंगे अपनी सकारात्मक सोच से तो आपका भी चेहरा निखरेगा .जिन्दगी में लाख दुःख हैं पीड़ा और चिंताएँ हैं फ़िर भी जिन्दगी खूबसूरत तो है ही न, हर एक के पास जिन्दगी को जीने के अपने कारण हैं पिता अपने बेटे के चेहरे को खुश देखना चाहता है पति पत्नी को और पत्नी पति को खुश देखना चाहती है टीचर अपने स्टूडेंट्स को , इन रिश्तों के दायरे को अगर बड़ा कर दिया जाए तो हर चेहरा खुशी से चमक रहा होगा .सोचिये की आपका कौन सा काम किसी के चेहरे पर मुस्कान सजा सकता है किसी को खुश कर सकता है उस काम की तलाश कीजिये और जिन्दगी को खूबसूरत बनाइये हाँ तो आज से उस काम की तलाश में लग जाइये और फ़िर देखिये आपका चेहरा भी कैसे दमकेगा और जो सेल्फ सटीस्फेक्सन मिलेगा उसका तो मज़ा ही अलग होगा चेहरे की खूबसूरती का राज हमारे पास ही है ख़ुद खुश रहिये और दूसरों को खुश रखिये तो आज से आप किसी खुशनुमा चेहरे को देखें तो उसकी सोच को सराहें और कहें तेरा चेहरा कितना सुहाना लगता है . जल्दी ही फ़िर मुलाकात होगी

आई नेक्स्ट में ६ नवम्बर को प्रकाशित

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