Tuesday, July 3, 2018

तेरा चेहरा कितना सुहाना

हमारी जवानी के दिनों में एक गाना बहुत हिट हुआ था.  फिल्म सलामी का “चेहरा क्या देखते हो दिल में उतर कर देखो न” , बात एकदम खरी है. दिल और चेहरे का एकदम सीधा सम्बन्ध है. “लाख छुपाओ छुप न सकेगा राज हो कितना गहरा दिल की बात बता देता है असली नकली चेहरा”. ये भी एक फिल्म का ही गाना है पर इसमें कितना बड़ा फलसफा छुपा हुआ है  . बात चेहरे की चल रही है तो मेरी एक अजीब आदत है भीड़भाड़ मेंसेमिनार मेंट्रेन की यात्राओं में मैं चेहरे मिलाया करता हूँ  .अगर किसी अपरिचित का चेहरा अपने किसी परिचित से मिलता-जुलता हुआ तो मैं गिनने लगता हूँ कि दोनों की क्या-क्या अदाएं मिलती-जुलती हैं. ऐसे न जाने कितने अपरिचितों से कभी बात करने की हिम्मत तो नहीं हुईलेकिन मुझे एक बात तो समझ में जरुर आ गयी  कि हर चेहरा कुछ कहता है .रोज़ हम न जाने कितने चेहरे देखते हैं लेकिन कभी गौर नहीं करते असल में चेहरा हमारे व्यक्तित्व   का आइना होता है और हर चेहरा बहुत कुछ कहता है लेकिन अगर  हम समझना चाहें तो .
            चेहरे से ही हमारी सोच और देहभाषा  का पता चलता है मतलब कि परदे के पीछे क्या चल रहा है .डर से चेहरा काला पड़ जाता है गुस्से में चेहरा लाल हो जाता है ,शर्म से चेहरा गुलाबी हो जाता है और बीमारी में चेहरा पीला पड़ जाता है. ये तो चेहरे के रंग हैं जो जिन्दगी की हलचल को बताते हैं. पर ये रंग जो चेहरे पर दिखते हैं वह वास्तविकता में हमारे दिल की भावनाएं होती हैं जो चेहरे पर दिखती हैं . हम अगर अन्दर से अच्छा महसूस कर रहे हैं तो चेहरे पर वो खुशी दिखेगी अगर दुखी हैं तो चेहरा भावहीन  दिखेगा. चेहरे को अच्छा रखना है तो दिमाग को अच्छा रखना बहुत जरूरी है . दिमाग को अच्छा रखने का एक मात्र तरीका है कि अपना दिमाग हमेशा खुला रखा जाए और नए विचारों का स्वागत किया जाए .चेहरे की खूबसूरती का राज़ किसी फेयर नेस क्रीम में नहीं है बल्कि विचारों के खुलेपन  मे है . क्योंकि विचार ही तो हमारी आपकी सोच बनाते हैं और सोच ही आम इंसान को खास बनाती है और अगर आप ऐसा कर पाए तो लोग यही कहेंगे न तेरे चेहरे से नज़र नहीं हटती .
                     इस छोटे से दिमाग को अगर हम अपनी सकारात्मक सोच से  खुला रखेंगे तो किसी का भी  चेहरा निखरेगा ही  .जिन्दगी में लाख दुःख हैं. पीड़ा और चिंताएँ हैं फ़िर भी जिन्दगी खूबसूरत तो है ही नहर एक के पास जिन्दगी को जीने के अपने कारण हैं .सोचिये की आपका कौन सा काम किसी के चेहरे पर मुस्कान सजा सकता है .किसी को खुश कर सकता है .उस काम की तलाश कीजिये और जिन्दगी को खूबसूरत बनाइये.तो आज से ही उस काम की तलाश में लग जाइये और फ़िर देखिये आपका चेहरा भी कैसे दमकेगा .चेहरे की खूबसूरती का राज हमारे पास ही है ख़ुद खुश रहिये और दूसरों को खुश रखिये .जब आप ऐसा करेंगे तो लोग अनायास आपको देख के कह उठेंगे “तेरा चेहरा कितना सुहाना लगता है”.
प्रभात खबर में 03/07/2018 को प्रकाशित 

2 comments:

पंकज मैन्दोली said...

बहुत सुंदर सर

Unknown said...

Abhi to javan ho bhai

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