तुम्हारे लिए काफी पीना महज एक क्रिया है
पर मेरे लिए ये विशेषण
जब तुमने बनाई हो
खैर तुम नहीं समझोगी
तुम्हारे लिए सब काम हैं जीवन के
जैसे मैं एक काम हूँ
दोस्त
जैसा कुछ
या फिर काफी सारी अच्छी होती हैं ?
क्योंकि क्रिया, क्रिया होती
जिसमें कारण नहीं ढूंढा जाता
मेरी जिन्दगी के व्याकरण में
वर्तनी की बहुत गलतियाँ है
तो बचा क्या
क्योंकि सारे सवालों का जवाब
तुम्हारे पास : क्या ....
मैं क्यों हूँ
तुम्हारे जीवन में
जब सब
कॉफ़ी एक जैसी होती है
फिर क्यों रुक जाती हैं कभी -कभी
तुम्हारी उँगलियाँ
मोबाईल से स्क्रोल करते हुए
उस कॉफ़ी को बनाने लिए
एक बात बताओगी
क्या ढूंढती रहती हैं
तुम्हारी उँगलियाँ ?
उस मोबाईल में
जहाँ मैं भी झांकना चाहता हूँ
क्योंकि तुम्हारे दिल में
झाँकने के सारे दरवाजे बंद हैं
चलो कुछ और बाते करते हैं
जिसमें न कॉफ़ी हो न तुम्हारी बातें
कुछ ज्ञान की
कुछ विज्ञान की
क्योंकि
तुम्हारे लिए काफी पीना महज एक क्रिया है
पर मेरे लिए ये विशेषण
जब तुमने बनाई हो
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