जल्दी ही वह वक्त इतिहास हो जाने वाला है जब आपको कोई एस एम् एस मिलेगा कि क्या हो रहा है और आप लिखकर जवाब देंगे। अब समय द्रश्य संचार का है| आप तुरंत एक तस्वीर खींचेंगे या वीडियो बनायेंगे और पूछने वाले को भेज देंगे यानि आपको कुछ कहने की जरुरत नहीं, कहने का काम अब तस्वीरें करेंगी|फोटो या छायाचित्र संचार का माध्यम रहे हैं पर सोशल नेटवर्किंग साईट्स और इंटरनेट के साथ ने इन्हें इंस्टेंट कम्युनिकेशन मोड(त्वरित संचार माध्यम) में बदल दिया है|अब शब्द नहीं भाव और परिवेश बोल रहे हैं|जहाँ संचार के लिए न तो किसी भाषा विशेष को जानने की अनिवार्यता है और न ही वर्तनी और व्याकरण की बंदिशें|तस्वीरें एक सार्वभौमिक भाषा बनकर उभर रही हैं दुनिया के किसी भी कोने में रहने वाला व्यक्ति तस्वीरों और वीडिओ के माध्यम से अपनी बात दूसरों तक पहुंचा पा रहा है|मोबाईल पर लिखित एस एम् एस संदेशों की संख्या में लगातार गिरावट आ रही है|वायरलेस उद्योग की अन्तराष्ट्रीय संस्था सी टी आई ए की रिपोर्ट के अनुसार साल 2012 में 2.19 ट्रिलियन एस एम् एस संदेशों का आदान प्रदान पूरी दुनिया में हुआ जो 2011 की तुलना में भेजे गए संदेशों की संख्या 5 प्रतिशत कम रहा| वहीं मल्टीमीडिया मेसेज (एम् एम् एस ) जिसमें फोटो और वीडियो शामिल हैं की संख्या साल 2012 में 41 प्रतिशत बढ़कर 74.5 बिलियन हो गयी|एक साधारण तस्वीर से संचार,शब्दों और चिन्हों के मुकाबले कहीं आसान है|उन्नत होती तकनीक और बढते स्मार्टफोन के प्रचलन ने फोटोग्राफी को अतीत की स्मृतियों को सहेजने की कला से आगे बढाकर एक त्वरित संचार माध्यम में तब्दील कर दिया है|फोन पर इंटरनेट और नए नए एप्स लगातार संचार के तरीकों को बदल रहे हैं|स्नैप चैट एक ऐसा ही मोबाईल एप्लीकेशन है जो प्रयोगकर्ता को वीडियो और फोटो भेजने की सुविधा प्रदान करता है| जिसमें फोटो वीडियो देखे जाने के बाद अपने आप हमेशा के लिए नष्ट हो जाता है|स्नैप चैट के प्रयोगकर्ता प्रतिदिन 200 मिलियन चित्रों का आदान प्रदान कर रहे हैं|फेसबुक पर लोग प्रतिदिन 300 मिलियन चित्रों का आदान प्रदान कर रहे हैं और साल भर में यह आंकड़ा 100 बिलियन का है| चित्रों का आदान प्रदान करने वाले लोगों में एक बड़ी संख्या स्मार्ट फोन प्रयोगकर्ताओं की है जो स्मार्ट फोन द्वारा सोशल नेटवर्किंग साईट्स का इस्तेमाल करते हैं और ये चीज संचार के क्षेत्र में बड़ा बदलाव ला रही है|मोबाईल एक ऐसी आवश्यक आवश्यकता बन कर हमेशा हमारे साथ रहता है|सिस्को के अनुसार वर्ष 2016 में दुनिया भर में दस अरब मोबाइल फ़ोन काम कर रहे होंगे|गूगल के एक सर्वे के मुताबिक, भारत में स्मार्टफोन इस्तेमाल करने वाले लोगों की तादाद फिलहाल अमेरिका के 24.5 करोड़ स्मार्टफोन धारकों से आधी से भी कम है पर उम्मीद है कि 2015 तक मोबाइल फोन इंटरनेट तक पहुंचने का बड़ा जरिया बनेंगे और 350 करोड़ संभावित इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों में से आधे से ज्यादा मोबाइल के जरिये ही इंटरनेट का इस्तेमाल करेंगेऔर निश्चय ही तब छायाचित्र संचार का दायर और बढ़ जाएगा।हालांकि इस बात में कोई संदेह नहीं है की तकनीकी उन्नति के रथ पर सवार तस्वीरें आने वाले वक्त में मानव संचार की दुनिया बदल देंगी पर तस्वीर पूरी रंगीन हो ऐसा भी नहीं है। छायाचित्र संचार के लिए सर्वाधिक महत्वपूर्ण तकनीक है भारत जैसे तीसरी दुनिया के देशों में डिजीटल डिवाईड बढ़ रहा है तो तस्वीर उतनी चमकीली भी नहीं है|
हिन्दुस्तान में 05/07/13 को प्रकाशित
2 comments:
bahaut khub sir g
1 फ़ोटो 100 शब्दों को बया करती हैं ।।
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