प्रिय दोस्त 2014
स्वागत है तुम्हारा है.आज के बाद मैं सिर्फ इतिहास की किताबों में मिलूँगा.इस विदाई को यादगार बनाने के लिए मैंने सोचा तुम्हें क्यूँ ना एक चिठ्ठी लिख दी जाए.ये हमारी नियति है कि तुम जब आओगे मैं चला जाऊँगा तो वैसे भी किसी भी रिश्ते में शेयरिंग बहुत जरूरी है .मैं जा तो रहा हूँ पर इसका मतलब यह नहीं है कि मेरा अब कोई वजूद नहीं रहा. जब जब तुम्हारा नाम लिया जाएगा तब मेरा नाम भी आएगा तो एक बात हमेशा याद रखना भविष्य की ओर जरुर उम्मीद से देखना पर अपने अतीत को मत भूल जाना क्यूंकि अच्छे भविष्य का रास्ता अतीत से सबक सीख कर ही निकलता है क्यूंकि कभी कभी खुशियाँ भी आने वाले दुखों का जाल बुन रही होतीं हैं पर हमें पता नहीं पड़ता तो बेहतर यही है कि हॉप फॉर दा बेस्ट एंड प्रीपेयर फॉर दा वर्स्ट.तुम अभी जवान हो अपने टाईम और एनर्जी का पोजिटिव इस्तेमाल करना क्योंकि समय बीतते देर नहीं लगती तुम अपने निर्णय लेने के लिए स्वतंत्र हो पर पर ध्यान रहे तुम एक ऐसे टाईम पीरियड के गवाह बनोगे जो ह्यूमन सिविलाएजेशन के हिसाब से रीव्युलुशनरी है.इंटरनेट जितनी तेजी से आज दुनिया बदल रहा है उतनी तेजी से दुनिया इससे पहले कभी नहीं बदली तो तुम इंटरनेट से जितनी जल्दी दोस्ती कर लोगे उतना ही सफल रहोगे वैसे भी तुम यूथ हो और आज का यूथ कनेक्टेड रहना चाहता है. फेसबुक जैसी सोशल नेटवर्किंग साईट्स से लेकर टिवटर तक हर जगह उन्हीं का बोलबाला है जो बोल रहे हैं कह रहें हैं अच्छा है बात से बात निकलनी चाहिए.लोग तभी सुनेंगे जब आप कुछ कहेंगे और जब आप सुनेंगे तो लोग कहेंगे.कहने सुनने के इस प्रोसेस को बंद मत करना.फैसले अपने हिसाब से लेना पर सुनना जरूरी है.मैं खुशनसीब रहा जिसे इस तरह की दुनिया में समय बिताने का मौका मिला जहाँ हम ग्लोबल कनेक्टेड हैं समय और स्थान की दूरियां मिट गयी हैं पर दिलों में दूरियां बढ़ रही हैं इन सोशल नेटवर्किंग साईट्स पर अफवाहें भी बहुत तेजी से फैलती हैं तो जो कुछ इन पर लिखा पढ़ा जा रहा है उन पर आँख मूँद कर भरोसा मत कर लेना.मुझे पता है तुम्हें ज्ञान लेना और देना पसंद नहीं है.भाषण तुम्हे बोर करता है अच्छी बात है कि तुम्हें अपने ऊपर भरोसा है पर अगर कहीं कन्फ्यूजन है तो राय लेने में संकोच मत करना क्यूंकि पूछने में कुछ नहीं जाता है बल्कि कुछ न कुछ आता जरुर है.
तुम गिर के सम्हलना जानते हो पर इन सबके साथ तुम्हें ये ख्याल रखना होगा कि तुम्हारा एटीट्यूड किसी के सम्मान को कम ना करे.मुझे पता है तुम चाहते हो कि लोग तुम्हारी इज्जत करें पर उसके लिए दूसरों को इज्ज़त देनी होगी मैंने कहीं पढ़ा था जो तुझसे झुककर मिलता होगा यकीनन उसका कद तुझसे बड़ा होगा तो मेलमिलाप के लिए झुकना पड़े तो संकोच ना करना.आज तुम्हारे आने का जोरदार जश्न मनाया जाएगा पर मेरी तरह जब तुम्हारे जाने का वक्त आएगा तो ऐसी हलचल नहीं होगी.सफलता को बांटने वाले कई लोग मिल जाते हैं पर असफलता का सामना अकेले ही करना पड़ता है अगर इसके लिए तैयार रहोगे तो तुम्हारे दिन बड़े मजे में बीतेंगे.वक्त की प्रूफ रीडिंग मुश्किल नहीं नामुमकिन है समय की नब्ज पकड़ने की कोशिश करने में अपना वक्त मत बर्बाद करना अगर समय को समझना है तो बस अपने आप को दूसरों की जगह रखकर सोचना बस तुम समझ जाओगे कि लोग क्या चाहते हैं फिलहाल तो तुम पार्टी के मूड में होगे और तुम्हें होना भी चाहिए ये दिन तुम्हारा है कुछ भी करो जम कर करो पर ये मत भूलना कि हर चीज का एक वक्त होता है पार्टी के वक्त पार्टी और काम के वक्त काम दोनों में बैलेंस बहुत जरूरी है और यही सीक्रेट है सक्सेस का, नहीं तो लाईफ बहुत नीरस हो जायेगी.दोस्त कल तुम्हें भी जाना ही होगा और यही समय का नियम है हमारे हाथ में सिर्फ ईमानदारी से काम करना ही है तो कल का इंतज़ार क्यों किया जाए.देश और दुनिया एक दिन में नहीं बदलते पर कंसिस्टेंट एफर्ट बहुत जरूरी है तो बस जाते जाते यही उम्मीद करूँगा कि तुम जब पुराने होगे तब भी इसी इनर्जी और डेडीकेशन से काम करोगे और मुस्कुराते हुए अगले साल के लिए जगह छोड़ दोगे क्यूंकि यही ज़िन्दगी है
चलता हूँ फिर कभी न मिलने के लिए.अलविदा
शुभकामनाओं सहित
तुम्हारा
साल 2013
अमर उजाला में 01/01/14 को प्रकाशित
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