डूड व्हाट्सअप फीलिंग लो, टेंशन नॉट मेरे पास आपकी टेंशन दूर करने का एक नुस्खा है फ्री की सलाह दे रहा हूँ मैं जब लो फील करता हूँ तो गाने सुनता हूँ और तुरंत फीलिंग हैप्पी वाला मामला हो जाता है फिर गाने तो मूड बना ही देते हैं.मैं आजकल रमैया वस्ता वाईया का गाना खूब सुन रहा हूँ “जीने लगा हूँ पहले से ज्यादा तुम पर मरने लगा हूँ” आप कहेंगे मैं कौन सा बड़ा काम कर रहा हूँ .कहानी में सस्पेंस है मैं नए गाने कम ही सुनता हूँ हमें तो ज्यादा अच्छा फिल्म गाईड का ये गाना लगता है “आज फिर जीने की तमन्ना है आज फिर मरने का इरादा है” आपने नोटिस किया दोनों गाने में मर कर जीने की बात की जा रही है लेकिन फिर भी कितनी हैप्पीनेस है क्यूंकि वो प्यार में मर रहे हैं.पर जिन्दगी में कभी कभी कुछ ऐसा हो जाता है कि मूड ठीक ही नहीं होता यू नो लाईक ब्रेकअप बात ज्यादा पुरानी भी नहीं है बॉलीवुड अभिनेत्री जिया खान ने आत्महत्या कर ली जस्ट बिकॉज ऑफ़ ब्रेकअप जिया ने इतने कम समय में फिल्म इंडस्ट्री में अपनी जगह बनायीं थी उससे साफ़ पता चलता है कि वो एक ख्वाहिशमंद और प्रतिभाशाली अभिनेत्री थीं...पर प्यार में मिली नाक़ामी के आगे उसके सारे सपने हार मान गए जो उसे ख़ुदकुशी तक ले गए...ये जिया कि हार नहीं थी ये हार थी उसके सपनों की....उसने किसी और के प्यार में मरने के बजाय ज़िंदगी में मरना सीखा.जो हारे हुए इंसान का फैसला था.अरे आप हमेशा इश्क वाले लव के चक्कर में पड़ कर क्यूँ घनचक्कर बन जाते हैं जिंदगी में और भी रिश्ते हैं जिनको हमारी जरुरत होती है. मरना ,जिंदगी के साथ अन्याय है क्यूंकि जी रहे हैं तभी तो मर रहे हैं किसी के प्यार में. तो जब तक जिंदगी जीयेंगे नहीं किसी के प्यार में कैसे मरेंगे.रिश्ते कभी एक जैसे नहीं रहते उनका एहसास, उनका रूप बदलता रहता है तो अगर आपको आपके प्यार का जवाब,प्यार से नहीं मिल रहा है तो कोई बात नहीं ये तो आप भी मानते हैं न कि जो होता है अच्छे के लिए होता है.आप जिसके प्यार में पागल होकर मरने की सोच रहे हैं वो आपके लायक था ही नहीं तो अच्छा ही हुआ न क्यूंकि ऐसे लोग आपके जीवन में रहते तो और ज्यादा टेंशन देते तो आपको ब्रेकअप की पार्टी कर डालनी चाहिए न कि अपने अंदर सुसाइडल टेंडेंसीज को पैदा होने देना चाहिए. प्यार की पींग जिंदगी की जंग में किसी पर मर कर ही बढ़ाई जा सकती है न कि खुद को मारकर. जिंदगी के सफ़र में हर क़दम पर आपको नयी चाल चलनी होती है...आगे बढ़ने का रास्ता तैयार करना होता है..जिसके लिए सबसे जरूरी है जिंदा रहना. दौड़ में जितने लम्बे समय तक बने रहेंगे.....उतने ज्यादा दांव आप पर लगेंगेऔर तब आपके काम यही अनुभव आयेंगे. सिर्फ़ फिल्मों में ही नहीं असल ज़िंदगी के भी कई ऐसे किस्से हैं,इमरोज़ और अमृता प्रीतम के के इश्क को आज भी इमरोज़ अकेले जी रहे हैया फिर सबसे हालिया अभिनेत्री श्वेता तिवारी से जुडी घटना से सबक लीजिये जिन्होंने अपनी जिंदगी में राजा चौधरी को छोड़कर आगे बढ़ने का फैसला किया और अपने करियर को आगे बढ़ा रही हैं. नीना और क्रिकेटर विवियन रिचर्ड्स हों या रतन टाटा.ये सब प्यार में पड़े और असफल भी रहे.अगर कहें कि प्यार में मिली असफलता ही इनकी ताक़त बन गयी तो गलत न होगा.प्यार की असफलता को जिंदगी की सफलता से जोड़ दीजिए और फिर देखिये कि आप पर मरने वाले कितने लोग हो जायेंगे लेकिन इसके लिए थोडा इन्तजार करना होगा क्यूंकि सफलता नूडल्स की तरह दो मिनट में तैयार नहीं होती हैं .जहाँ इश्क की राहें जुदा हो जाएँ.उसे सूफ़ियाना मोड़ देकर छोड़ दीजिये. डर्टी पिक्चर का वो गाना याद करिए तो जरा ...तेरे वास्ते मेरा इश्क सूफ़ियाना.ताकि जब भी कभी फुरसत के लम्हे मिलें तो यही यादें आकर आपकी पीठ सहलाएं.चलिए किसी पर मरा जाए तभी तो जिंदगी जीने का मजा आएगा.प्यार बांटते चलिए.
आई नेक्स्ट में 2/08/13 को प्रकाशित
2 comments:
sach kaha mere bhaie dosare per mar kar jeene ka maja kutch aur ha
अरे वाह!!
आप तो अच्छे "लव गुरु" भी है॥
कमाल का लिखते हैं आप
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