एक गाना सुना था कभी “जिंदगी इम्तिहान लेती है” हमने तो कोर्स का इम्तिहान सुना था पर जिंदगी इम्तिहान लेती है तो जरुर कोई टीचर भी होगा जो हमें जिंदगी का इम्तिहान देना सिखाता होगा पर हम उसे उसका ड्यू कभी नहीं देते क्यूंकि हमें पता ही नहीं होता कि हम किससे क्या सीख रहे हैं.क्यूँ डूड एक डिफरेंट पर्सपेक्टिव दिख रहा है ना अब जब एक्स्जाम की बात चल पडी है तो एक सवाल है ,जिंदगी में सबसे अहम क्या होता दिमाग लड़ाइये कुछ समझ में नहीं आ रहा है चलिए मैं आपकी मदद करता हूँ जिंदगी में सबसे अहम होता है लगातार सीखते जाना यही एक चीज है जो हमें आगे आगे बढाती है.जिस दिन हमें ये लग गया कि हम सब जान गए उसी दिन से हमारा खात्मा शुरू हो जाता है और हम जिससे भी सीखते हैं वो हमारी जिंदगी का मास्टर हो जाता है.अच्छा सोचिये आप जिंदगी में जितने भी लोगों से इम्प्रेस हुए हैं उनसे आपने जरुर कुछ सीखा होगा.सीखने के लिए उसे टीचर होना जरूरी नहीं जिंदगी में हमें ना जाने कितने लोग मिलते हैं जो बगैर कहे हमें बहुत कुछ सीखा कर चला जाते हैं और हमें कभी पता ही नहीं चलता.कोर्स की पढ़ाई से जिंदगी की पढ़ाई बहुत मुश्किल होती है और इस पढ़ाई का ना तो कोई फिक्स्ड सेलेबस होता है ना ही कोई फिक्स्ड टीचर अब देखिये ना अगर आपसे कहा जाए कि आपको प्यार करना किसने सीखाया तो आप किस टीचर का नाम लेंगे मम्मी की प्यार भरी लोरियाँ या पापा का प्यार भरा स्पर्श या वो दोस्त जिसे आप कब का अपने दिल से निकाल चुके हैं पर वो है कि आज भी इस आप के इन्तजार में है.हम अक्सर स्मार्ट बनते है कि हम तो डूड हैं जिसके पाले में जायेंगे उसे भारी कर देंगे पर हमारे आस पास ऐसे बहुत से मिंटू और चिंटू जैसे लोग हैं जिन्हें बगैर स्वार्थ हमारी मदद करना अच्छा लगता है ये वही लोग हैं जिनसे हमें अपने डूड होने का एहसास होता है.एहसास से याद आया हम डेली कितना कुछ कितने लोगों से सीख रहे होते हैं पर ये एहसास नहीं करते.उस दोस्त को याद कीजिये जिससे आपने बगैर किसी कारण से पांच महीने से बात नहीं की और गलती भी आप की है फ़िर भी वो शांति से इन्तजार कर रहा है कि कभी आप उसके अपनत्व और धैर्य को समझेंगे,कितनी सहजता से वो आपको जिंदगी का पाठ पढ़ा रहा है पर आप है कि समझते ही नहीं, तो हम बस उन्हीं टीचर्स को याद रखते हैं जिन्होंने कोर्स का सिलेबस पढाया होता पर जिंदगी का सिलेबस जो आपको अनगिनत लोगों द्वारा सिखाया जा रहा है उन पर भी गौर कीजिये वो दोस्त हैं ,रिश्तेदार हैं और कई बार तो बहुत से लोग बगैर किसी रिश्ते में बंधे हमें सीखा कर चले जाते हैं फ़िर कभी ना आने के लिए.कोर्स का एक्स्जाम साल में एक या दो बार होता है पर जिंदगी तो रोज सरप्राईज़ टेस्ट लेती है. अब मुझे देखिये कहने को तो मास्टर हूँ पर हर दिन अपने स्टुडेंट्स से सीखता हूँ क्यूंकि उनके होने से मैं हूँ. मैं उनके कोर्स का टीचर हूँ पर मेरे जिंदगी के टीचर वो सब हैं जिनके साथ रहकर मैं जिंदगी को समझ पाता हूँ.जिंदगी में सब कुछ हमारे हिसाब से नहीं होता है पर जो कुछ भी होता है उसे कैसे बेहतर बनाये जाए ये तो जिंदगी का टीचर ही सीखा सकता है,पर ऐसे लोग कौन हैं जरुरत है उनको पहचानने की कि ऐसे कौन लोग हैं जो आपका भला चाहते है और जो भला चाहते हैं वो हमेशा मीठी मीठी बातें नहीं करेंगे.असल में जो आपकी कद्र करते हैं उनकी कद्र कीजिये आप अपने आप जिंदगी की पढ़ाई में अव्वल आने लग जायेंगे पर ध्यान रखिये जिंदगी की पढ़ाई कोर्स की पढ़ाई से ज्यादा मुश्किल है तो आज के दिन मैं अपने छात्रों का शुक्रिया करूँगा जिन्होंने मुझे जिंदगी की पढ़ाई करने में मदद की .
हैप्पी टीचर्स डे
आई नेक्स्ट में 03/09/13 को प्रकशित
No comments:
Post a Comment