Saturday, February 14, 2015

प्यार बिना कैसी ज़िन्दगी .........

वेलेन्टाइन डे , प्यार का दिन प्यार है तो दिल भी होगा दिल है तो जिन्दगी भी आज दिल के इस दिन में जो कुछ लिखूंगा दिल से लिखूंगा क्योंकि दिल के मामले में दिमाग की कोई जरुरत नहीं होनी चाहिए शायद इसी लिए हमारी ज़िन्दगी ज्यादा मुश्किल होती जा रही है कि हम दिल के मामले में भी दिमाग का इस्तेमाल करने लग गए हैं अब प्यार जताने का एक दिन है उसमे ज्यादा  क्या सोचना कोई अच्छा लगा कह दिया|वैसे भी जब प्यार है फिजाओं में तो ज़माने को ये तो कह ही सकते हैं"होश वालों को क्या ख़बर जिन्दगी क्या चीज़ है इश्क कीजिये ख़ुद समझिये जिन्दगी क्या चीज़ है"(सरफ़रोश )वैसे प्यार और जिन्दगी का हमेशा से एक गहरा रिश्ता रहा है ये और बात है कि वेलेन्टाइन डे को विपरीत लिंग  से जोड़ दिया गया है लेकिन प्यार ही तो जिन्दगी को जिन्दगी बनता है "जीने को जीते हैं सभी प्यार बिना क्या है जिन्दगी " (ये वादा रहा )मेरे लिए तो जिन्दगी एक प्यार का नगमा है जिससे हमारी आपकी सबकी कहानी जुडी हुई है | 
                                         
 प्यार किया नही जाता हो जाता है हो सकता है आप न माने चलिए आप को एक राज़ की बात बताता हूँ जिन्दगी में हम अपने आप से कब प्यार करना शुरू कर देते हैं इसका एहसास हमें खुद भी नहीं होता बड़ी मजेदार बात है कि हम अपने आप से प्यार को किसी रिश्ते के नाम से नहीं बांधते,न ही कोई शर्तें लगाते हैं बस अपने आप से प्यार किए जाते हैं कुछ इस गाने की तरह "कितना प्यार तुम्हें करते हैं आज हमें मालूम हुआ जीते नहीं तुम पर मरते हैं " (एक लड़का एक लडकी ) जरा सोचिये प्यार के बगैर जिन्दगी या जिन्दगी बगैर प्यार कैसा होगा वो घर के करीब का पेड़, गमले में खिले गुलाब के फूल , वो चिडिया जो यूँ ही आप के आँगन में आकर बैठ जाती है वो अपनों से जुडी चीज़ें जिनसे आपको अपनेपन का एहसास होता है उनसे आपका कोई रिश्ता नहीं फ़िर भी वो सब आपको प्यारे हैं ऐसा ही है प्यार , प्यार को प्यार रहने दो इसे रिश्तों का कोई नाम न दो| अपने आप से प्यार करना जितना आसान है दूसरों को प्यार देना उतना मुश्किल ख़ुद सोच कर देखिये हम दिन भर में कितने लोगों से प्यार से बातें करते हैं भले ही हम कितने स्ट्रेस में क्यों न हों .मुश्किल है न लेकिन हम एक्स्पेक्ट ये करते हैं कि सब हम से प्यार से बातें करें |
                                                हम छोटी छोटी चीजों पर लड़ पड़ते हैं , वो भी उनसे जिनसे हम प्यार करते हैं वो परेंट्स से लेकर गर्ल फ्रेंड या बॉय फ्रेंड तक कोई भी हो सकता है और कारण हमेशा एक ही होता है कि मैं ऐसा चाहता हूँ और अगर ऐसा नहीं हो रहा है तो समस्या  ,ये मैं जब तक किसी के व्यक्तित्व  पर हावी रहेगा वो घर परिवार  या काम करने की जगह पर प्यार नहीं बाँट पायेगा . ग़ालिब ने यूँ ही नहीं कहा था ये इश्क नहीं आसां एक आग का दरिया है और डूब के जाना है| आप सब सोच रहे होंगे कि ये प्यार की कहानी वो भी वेलेन्टाइन डे पर आपकी प्यार की परिभाषा  से मिलती नहीं है . बात सीढी  है हमने खुद ही प्यार को सीमाओं में बाँध दिया है प्यार कोई बंधन नहीं वेलेन्टाइन डे सबका है प्यार पाने और बांटने का अधिकार सबको है तो इस बार वेलेन्टाइन डे पर जरा गौर कीजिये कि आप आस पास ऐसे बहुत से लोग हैं जो आपकी जिन्दगी का एक अहम् हिस्सा हैं लेकिन जिन्दगी की भाग दौड़ में कभी आप अपना प्यार जता ही नहीं पाये वो घर में काम करने वाली बूढी अम्मा से लेकर वो दोस्त जो कभी हमारे बहुत  अज़ीज़ थे लेकिन आज बहूत दूर हो गए हैं , ऑफिस के बाहर वो चाय वाला जिसकी चाय के बगैर आपका दिन नहीं पूरा होता वो शिक्षक  जो अभी तक आपके रोल मॉडल हैं हाँ सबसे अहम् हमारे अभिभावक  जिनसे हम हैं |
                                                             ये वो लोग हैं जो बगैर शर्त हमें प्यार करते हैं और हम हैं कि प्यार की तलाश में जिन्दगी काट देते हैं | इनको वेलेन्टाइन डे पर जरूर इस बात का एहसास कराइए कि आप इनके प्यार की कद्र करते हैं बात फ़िर वहीं पहुँच गयी है जहाँ से शुरू हुई थी कि अगर आप अपने आप से प्यार करते हैं तो अपनों से भी प्यार कीजिये .
प्यार के इस मौसम में आप सभी को वेलेन्टाइन डे की दिल से  शुभकामनायें

9 comments:

Unknown said...

बिल्कुल सही बात कही सर जो लोग हमें प्यार करते है उनके प्यार की कद्र करनी चाहिए वरना एक समय ऐसा आ जायेगा जब कोई नहीं होगा हमे प्यार करने वाला ... और हाँ ज़िन्दगी बहुत छोटी है तो जितना हो सके लोगो से प्यार करो ..

Unknown said...

bahut khub farmaya hazrat apne aur toh apke lekh ko padh kar bus yahi bol sakta hu ki "नफरत के साथ भीड़ है, नारा है, जोश है ,आप बात कर रहे है मोहब्बत की शांति की , और तनहा है ज़िंदा है आप यह हैरत की बात है"

Unknown said...

Well said Sir. We waste so much time looking for love that we forget to appreciate the ones who already love and care for us unconditionally. A small gesture of appreciation goes a long way. All that is needed from our side is a little time and a little thought and that is more than enough to make those people happy who truly love us.

anjali said...

kitne azeeb baat hai hum pyaar dete toh hai lkin zyada tar unko jisko hm pyar krte hai ,unko itna jyada nhi de pate jo hamein pyar krte hai...

Anonymous said...

This is so well said sir. In the busy schedule of life we forget our dear ones. Valentines is not a day for lovers but it is a day of love which means to spread love,to give love and to receive love. Thus day doesn't mean to spend a day with your boyfriend/girlfriend but to give the message if love to all those who love you whether they are your parents,sister,brother,neighbour or anyone. This day is meant to spread love and our loved ones need a fraction of time from our busy schedule to spend with them. No matter how much busy we get, we should always take out time for our loved ones. This day as us called day of love is an opportunity to tell our people that we love them no matter what and will always.

PeripateticSoul said...

Agreed statement SIR. No human being on this planet can exist without thing the humans call love. All beings are integrally programmed to have empathy and respect for life on this planet. Life without love is extremely un-natural. life without love is a shadow of things that might be

Unknown said...

Sometimes v get, sometimes v loose. It's all a part of life.So v should not loose hope.

Shraddha Khare said...

sir apne bhut sach baat kahi pyar hota nhi ho jata h isme koi shart nhi honi chahiye n hi koi rok tok honi chahiye hmare jeewan me bhut log h jo hme bhut pyar krte h wo hme sirf hme khush dekhna chahte h hmare papa mummy wo hmari khusi chahte h hmara jeewan pyar ke bina adhura h kisi insaan ki sache dil se tarif karo jo uski muskurahat h wo dekhne wali hoti h is duniya me pyar batte chalo logo ko pyar ki bhut jarurt h

Pranjul gaur said...

'Prem bhandhan nahi h mukti bhandhan h...jo aapko sare bhandhano se mukt krta h...ye rashme riwajo se pare h...prem bhauth hi khoobsurat... kr ke dekhna chaiyea logo ko....

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