Monday, December 20, 2021

ओ टी टी वही आगे ,जिसमें लगा है देशी तड़का

  


सकता है आने वाले  वक्त में हम आने वाली पीढ़ियों को ये बताये कि एक ऐसा वक्त ऐसा भी समय गुजरा है जब हम सिनेमा हाल में फिल्म देखते हुए जब हमारे बगल में बैठा कोई अजनबी फिल्म की किसी बात पर कुछ मजाक में बोले और उस पंक्ति में बैठे हुए हर इंसान के मुंह से हंसी फूट पड़े | आपको ये बात भी एक मजाक लगे पर कम से कम आंकड़े इस बात की तस्दीक करते हैं |भारत में कोरोना महामारी ने ओ टी टी प्लेटफोर्म में अभूतपूर्व व्रद्धि ला दी है फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की ) और कंसल्टिंग फर्म ई वाई की  रिपोर्ट के अनुसार 2019 में  28 मिलियन से अधिक भारतीयों ने और 2020 में 53 मिलियन ओ टी टी सब्सक्रिप्शन के लिए भुगतान किया,जो उनचास प्रतिशत की वृद्धि  है |वहीं अखबार के पाठकों में  छत्तीस प्रतिशत की कमी आई है और फिल्म के दर्शकों में कमी की यह दर बासठ प्रतिशत रही जबकि टेलीविजन के दर्शकों  में गिरावट की यह दर तेरह प्रतिशत है ओटीटीशब्द पारम्परिक केबल या सेटेलाइट टीवी सेवाओं के उपयोग के बिना इंटरनेट के माध्यम से फिल्मोंवेब श्रृंखला या किसी अन्य वीडियो सामग्री को दर्शकों तक पहुंचाता है |ओ टी टी प्लेटफोर्म (स्ट्रीमिंग सेवा) स्थापित करने के लिए टेलीविजन के मुकाबले  किसी बड़े पूंजीगत व्यय की आवश्यकता नहीं है|अगर आपके पास कंटेंट है तो इस विविधता वाले देश में आपको दर्शक मिल जायेंगे नेटफ्लिक्स और अमेजॉन के दबदबे वाली इस दुनिया में भारतीय बाजार में कई  देसी प्लेटफॉर्म्स ने भी सफलता का स्वाद चखा है। 

उदाहरण के लिएबालाजी टेलीफिल्म्स की सहायक कंपनी ऑल्ट बालाजी ने सितंबर 2021 तक 1.8 मिलियन उपभोक्ताओं को जोड़ा जो तीन साल पहले के 280,000 से कई गुना अधिक है। जी फाईव  और सोनी लिव  जैसे अन्य प्लेटफार्मों को न केवल भारत में बल्कि प्रवासी विदेशी दर्शकों ने सर माथे पर बिठाया  है |ये भारत की विविधता का ही कमाल है कि सारी दुनिया में अपने उपभोक्ताओं की संख्या के मामले में बड़ा नाम बन चुके नेटफ्लिक्स और अमेजॉन के सितारे भारत में इतने बुलंद नहीं हैं |स्ट्रीमिंग गाईड जस्ट वाच की एक रिपोर्ट के अनुसार 2021 की तीसरी तिमाही में डिज्नी प्लस  हॉटस्टार  पच्चीस प्रतिशत की वृद्धि दर के साथ पहले स्थान  पर है। इस सूची  में दूसरे स्थान पर अमेजन प्राइम  वीडियो हैजिसकी  वृद्धि दर उन्नीस प्रतिशत  है और वहीं नेटफ्लिक्स इन तीनों में सबसे पीछे तीसरे स्थान  पर है और उसकी  वृद्धि दर सत्रह प्रतिशत  हैजिसमें पहले के मुकाबले कमी आई है। डिज्नी प्लस  हॉटस्टार लगातार तीसरी बार सबसे ज्यादा वृद्धि  के साथ पहले स्थान  पर बना हुआ है। इसी  साल जनवरी में डिज्नी प्लस हॉटस्टार की  वृद्धि दर  बीस प्रतिशत थी  जो तीसरी तिमाही यानी सितंबर तक बढ़कर पच्चीस प्रतिशत  हो गयी 

इसका सीधा असर नेटफ्लिक्स के ऊपर हुआ जिसकी वृद्धि दर  दूसरी तिमाही के मुकाबले तीसरी तिमाही में दो प्रतिशत  कम हुई है। डिज्नी प्लस  हॉटस्टार   और अमेजन प्राईम की सफलता का एक बड़ा कारण इन प्लेटफोर्म पर लगातार भारतीय भाषाओं में कंटेंट ओरिजनल कंटेंट का उपलब्ध कराया जाना भी है जबकि नेटफ्लिक्स पर उपलब्ध ज्यादातर कंटेंट अंग्रेजी या अन्य यूरोपीय भाषाओं में हैं हालाँकि नेटफ्लिक्स अपने कंटेंट को भारतीय भाषाओं में डब कर रहा है पर क्षेत्रीयता के मामले में डिज्नी प्लस हॉटस्टार के कंटेंट में ज्यादा भारतीयता दिखती है और अमेजन भी भारतीय दर्शकों को ध्यान में रखते हुए कार्यक्रम परोस रहा है |दूसरा कारण अमेज़ॅन प्राइम परिवार के सदस्यों के लिए अलग-अलग खातों का उपयोग नहीं करता है - क्योंकि यह सब अमेज़ॅन प्राइम छतरी के नीचे है। आप अलग-अलग डिवाइस पर एक ही शो और फिल्में देखने के लिए स्वतंत्र हैंलेकिन अगर एक ही समय में आपके खाते पर बहुत से लोग स्ट्रीमिंग कर रहे हैं तो आपकी स्क्रीन पर एक संदेश आएगा ।नेटफ्लिक्स  आपके प्लान  के आधार परएक से चार दर्शकों के बीच कहीं भी कार्यक्रम देखने की सुविधा  देता है। इस सबमें अपेक्षाकृत रूप से डिज्नी प्लस हॉटस्टार  सेवा सबसे उदार है। जो अपनी  सदस्यता चार उपकरणों पर स्ट्रीमिंग की अनुमति देती हैजिसमें सात अलग-अलग प्रोफाइल बनाने का विकल्प भी होता है और भारत में इसकी लोकप्रियता का यह एक बड़ा कारण भी है 

आंकड़ों से इतर इतिहास गवाह है कि इंसानी व्यवहार में परिवर्तन कभी पीछे की ओर नहीं लौटता |कोविड काल ने  हमारी जीवन की दिनचर्या के हर क्षेत्र में असर डाला है और इनमें से बहुत सी चीजें अब हमेशा हमारे जीवन का हमेशा के लिए अंग बन जायेंगी |ओटीटी प्लेटफोर्म पर समय बिताना उनमें से ही कुछ एक है |हालाँकि ओटी टी पर अश्लीलता फैलाने के आरोप भी हैं पर कंटेंट के तौर पर जो विविधता है वो अब टेलीविजन के पास नहीं है उपर से असमय विज्ञापनों की भरमार दर्शकों की कार्यक्रम में तल्लीनता को तोडती है |तथ्य यहं भी है कि पारम्परिक रूप से फिल्मों को पहली टक्कर टेलीविजन से मिली फिर वी सी आर उसके बाद सी डी/डी वी डी आया पर हमारे सिनेमा हाल रूप बदल बदल कर इन सब चुनौतियों का समाना करते रहे |ओटीटी प्लेटफोर्म से मिलती इस चुनौती का सामना टीवी और फिल्म उद्योग कैसे करेगा इसका फैसला अभी होना है |

नवभारत टाईम्स में 20/12/2021 को प्रकाशित लेख 

 

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