एक दिन तुम मुझसे दूर चली जाओगी
दूर देश जाकर अपनी दुनिया नयी बसाओगी
नए नए लोगों में नया नया घर आँगन होगा
चाँद के मुखड़े जैसा प्यारा एक साजन होगा
क्या सुख के उन मधुर पलों में
तुमको कुछ रीता सा लगेगा
युग जो बीत गया उसमे
कुछ खोया सा लगेगा
सांझ के धुंधलके में तब भी
क्या तुमको कोई गीत सुनाएगा
सावन की भीगी रातों में क्या
चुपके से कोई सपनों में आएगा
गरमी की प्यासी शामों में क्या
कोई हौले से मुस्काएगा
बसंत की मदमाती बहारों में
दूर देश जाकर अपनी दुनिया नयी बसाओगी
नए नए लोगों में नया नया घर आँगन होगा
चाँद के मुखड़े जैसा प्यारा एक साजन होगा
क्या सुख के उन मधुर पलों में
तुमको कुछ रीता सा लगेगा
युग जो बीत गया उसमे
कुछ खोया सा लगेगा
सांझ के धुंधलके में तब भी
क्या तुमको कोई गीत सुनाएगा
सावन की भीगी रातों में क्या
चुपके से कोई सपनों में आएगा
गरमी की प्यासी शामों में क्या
कोई हौले से मुस्काएगा
बसंत की मदमाती बहारों में
क्या कोई जीवन राग सुनाएगा
जाडे की नरम दोपहरी में
जब धुप मुंडेरों से ढल जायेगी
ऐसे में तब तुमको क्या
याद किसी की सतायेगी
प्रिये क्या मैं तब भी
तुमको याद आऊंगा
जाडे की नरम दोपहरी में
जब धुप मुंडेरों से ढल जायेगी
ऐसे में तब तुमको क्या
याद किसी की सतायेगी
प्रिये क्या मैं तब भी
तुमको याद आऊंगा
27 comments:
bahut sunder bhavaviyakti hai bdhai
क्या कोई जीवन राग सुनाएगा
जाडे की नरम दोपहरी में
जब धुप मुंडेरों से ढल जायेगी
ऐसे में तब तुमको क्या
याद किसी की सतायेगी
प्रिये क्या मैं तब भी
तुमको याद आऊंगा
waah bahut sundar likha hai
@Kriti Thanks
wow ....really too good ....
@pradeep jee tks for encouragement
sir
bhut achi kavita hai,,,,,
AMAN YADAV
its a good poem.
@प्रिये क्या मैं तब भी
तुमको याद आऊंगा..
vaah.
shaandaar panktiyaan
I like this poem...
bahut sundar likha hai, dil ko bhaa gayi kavita...........
Unada kavita .....
Yesi kavitao ke saath aap humesha yaad aayege
SIR AAP KI YE KAVITA HUMARE DIL KO CHU GAYE.
BAHUT SUNDAR TARIKE PRASTUT KI HAI AAPNI KAVITA.
प्रिये क्या मैं तब भी
तुमको याद आऊंगा
BAHUT ACHI LINE HAIN.
sir bhot hi pyari aur sweet poem h dil ko choo gyi
sir bohat khoobsurti se apne dil ko baat kahi gayi hai ismein ..bohat achi..:)
dil ki gehrayi se nikle shabdh hamesha apna khas asar chor jate hain !!!!
Great poem.
the words aree so well cordinated that the reader can at once get a very beautiful picturisation of the writers thoght,this is the quality of a very good write up...
सावन की भीगी रातों में क्या
चुपके से कोई सपनों में आएगा..
very touching line to heart..
aur dil ko chu lene wali puri kavita hai sir....
जाडे की नरम दोपहरी में
जब धुप मुंडेरों से ढल जायेगी
ऐसे में तब तुमको क्या
याद किसी की सतायेगी
वाह बहुत सुन्दर !
awesume lynes sir ji.. Aur sch mein m jst imagining ke woh ehsaas kaisa hota hai jab jaade ke dino mein dhoop dhalne lagti hai aur aise mein kisi ko yaad karna ya yaad aana kaisa anubhav hoga...
दिल को छू लेने वाली पंक्तियां सर!
sir bhut bdhiya kavita h
इस छोटी सी कविता में कितनी खूबसूरती से अपनी भावनाओ को बताया जा रहा है।
इस छोटी सी कविता में कितनी खूबसूरती से अपनी भावनाओ को बताया जा रहा है।
life touching line...........
life touching line...........
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