इंटरनेट की दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण बात है इसकी गतिशीलता नया बहुत जल्दी पुराना हो जाता है और नई संभावनाओं के द्वार खुल जाते हैं |सोशल मीडिया प्लेटफोर्म नित नए रूप बदल रहे हैं उसमें नए –नए फीचर्स जोड़े जा रहे हैं |इस सारी कवायद का मतलब ऑडिएंस को ज्यादा से ज्यादा वक्त तक अपने प्लेटफोर्म से जोड़े रखना |इसका बड़ा कारण इंटरनेट द्वारा पैदा हो रही आय भी है |
जाहिर है इसमें वीडियो एक बड़ी भूमिका
निभा रहे हैं |जिसका बड़ा
हिस्सा गूगल की एक कम्पनी यूट्यूब जैसी साईट्स से आ रहा है |वहीं
फेसबुक की कम्पनी इन्स्टाग्राम धीरे –धीरे एक नयी क्रांति कर रही है और तेजी
से युवाओं में लोकप्रिय हो रही है |इंटरनेट की बादशाहत को लेकर जारी यह
जंग अब और भी दिलचस्प होने जा रही है |जिसके केंद्र में हैं फेसबुक और गूगल |गूगल जहाँ
यूट्यूब के जरिये वीडियो बाजार के एक बड़े हिस्से पर काबिज है |वहीं उसको
टक्कर देने के लिए फेसबुक ,इन्स्टाग्राम
में नए परिवर्तन कर वीडियो बाजार के इस हिस्से में यूट्यूब इस की इस
बादशाहत को खत्म करना चाह रहा है |
इन्स्टाग्राम यह एक फोटो और विडियो
शेयरिंग एप्प है जिसे फेसबुक ने साल 2012 में मात्र एक बिलीयन डॉलर में खरीदा था |आज इसकी
कीमत सौ बिलियन डॉलर हो गयी है|ब्लूमबर्ग इंटेलीजेंस रिपोर्ट के
अनुसार इन्स्टाग्राम के आज एक बिलियन एक्टिव यूजर हैं जो जल्दी ही दो बिलियन हो
जायेंगे और अगले पांच साल में इसके उपभोक्ता फेसबुक के बराबर हो जायेंगे |अन्य सोशल
मीडिया साईट्स की तरह इन्स्टाग्राम भी अपना इंटरफेस लगातार बदल रहा है | जैसे कि फोटोग्राफिक
फिल्टर्स, स्टोरीज, छोटे
विडियो, ईमोजी, हैशटैग
इत्यादि |भविष्य की
रणनीति को ध्यान में रखते हुए इन्स्टाग्राम ने एक नई शुरुआत की है |वह है आई
जी टीवी इसके ज़रिये कोई भी यूजर एक घंटे तक का लंबा विडियो अपलोड कर सकता है | लंबे
विडियो का मतलब है कि यूजर ज्यादा समय तक इन्स्टाग्राम पर रहेगा| जाहिर है
यह लक्ष्य आर्थिक एवं व्यवसायिक दृष्टिकोण से हर एप्प बनाने वाली कंपनी हासिल करना
चाहती है | इसका सीधा फायदा फेसबुक को भी मिलेगा |अभी तक लोग यूटयूब के अपने वीडियो
फेसबुक के प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग करते हुए उसे लोकप्रिय बनाते थे और उन वीडियो को
देखने के लिए उपभोक्ता फेसबुक को छोड़कर यूटयूब के प्लेटफोर्म पर चले जाते थे ,जिससे
फेसबुक को ज्यादा लाभ नहीं होता था | तस्वीर का एक रुख यह भी है कि
इंस्टाग्राम, फेसबुक, ट्विटर, स्नैपचैट
और यूट्यूब इत्यादि जैसे आनलाइन सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के बढ़ने के साथ व्यवसायिक
कंपनियों का रुख सीधे विज्ञापन की बजाय इंफ्लुएंशर मार्केटिंग की ओर बदला है.
जेम्फो इंडिया इंफ्लूएंस रिपोर्ट 2018 इंफ्लूएंसर इन्साइट्स एडिशन (आईआईई)
अनुसार,भारत में
युवाओं पर करीब अस्सी प्रतिशत तक प्रभाव इंस्टाग्राम से डाला जाता है
या फिर इसकी संभवाना है. यह आंकड़े फेसबुक और ट्विटर द्वारा डाले जाने वाले प्रभाव
से बहुत ज्यादा हैं|. इस सर्वे
के अनुसार, सबसे तेजी
से बढ़ते सोशल मीडिया चैनल में इंस्टाग्राम (अस्सी प्रतिशत ), ट्विटर
(छप्पन प्रतिशत), फेसबुक
(बावन प्रतिशत), यूट्यूब
(छियालीस प्रतिशत)और व्हाट्सएप (बत्तीस प्रतिशत) है|इन्स्टा की यह लोकप्रियता उसके नए
वीडियो प्लेटफ़ॉर्म को लोकप्रिय बनाने में काम आ सकती है|
लेकिन आईजीटीवी यूटयूब को टक्कर दे
सकता हैं क्योंकि इन कुछ सालों में इन्स्टाग्राम की लोकप्रियता में तेज़ी से उछाल आया है
और लोग इन्स्टाग्राम के वीडियो फेसबुक पर शेयर करेंगे तो ऑडिएंस फेसबुक की अपनी कम्पनी के
प्लेटफ़ॉर्म पर ही रहेगी न कि प्रतिद्वंदी कम्पनी गूगल के प्लेटफ़ॉर्म यूट्यूब पर |
एक और ख़ास बात इन्स्टाग्राम के आईजी
टीवी के विडियो लम्बवत (वर्टीकल) ही रहेंगे इससे उपभोक्ता को अपना मोबाइल
घुमाने की ज़रूरत नहीं होगी जैसा कि यूटयूब के वीडियो देखते वक्त करना पड़ता है | लेकिन
गूगल द्वारा चलायी जाने वाली वीडियो सर्विस यूटयूब के सक्रिय दर्शक की संख्या
हर माह 1.9 बिलियन है | उपभोक्ताओं के हिसाब से आज की तारीख़ में यूटयूब का विस्तार इन्स्टाग्राम से दो
गुना है लेकिन फेसबुक द्वारा संचालित यह सेवा लंबे वीडियो के
क्षेत्र में यूटयूब के विज्ञापन बाजार को कड़ी टक्कर दे सकता है| हालाँकि
इन्स्टाग्राम के लंबे विडियो वाले प्लेटफार्म को अभी बहुत सारी चुनौतियों का सामना
करना पड़ेगा जैसे कि कंटेंट बनाने वालों के साथ रेवेन्यू मॉडल का ढांचा तय करना, बीडियो के
निर्माता और दर्शकों दोनों को बांधे रखना |नए दर्शकों को एक दूसरे से जोड़ना
जैसी आवश्यक चीजें शामिल हैं| यूटयूब कंटेंट बनाने वालो के साथ
रेवेन्यू सीधे साझा करता है जिससे सफल वीडियो क्रिएटर की कमाई लगभग १०००० डॉलर हर महीने
की हो जाती है और कुछ प्रसिद्ध क्रिएटर १००००० डॉलर तक भी अपने वीडियो से कमा रहे
हैं | इन्स्टाग्राम की नीति अभी इस संदर्भ में स्पष्ट नहीं है | इन्स्टाग्राम में ज्यादा फालोवर रखने वाले लोग इंफ्लुएंशर मार्केटिंग से
पैसा कमा रहे हैं जिसमें कम्पनियां सीधे ऐसे लोगों को अपना उत्पाद या धन देती हैं |जिनके पास
ज्यादा फालोवर हैं उन्हें इन्स्टाग्राम सीधे कोई धन नहीं देता है |दूसरी
सबसे अहम् चुनौती है आईजीटीवी प्लेटफ़ॉर्म को कैसे साफ़ सुथरा रखा जाए | अश्लील और
आहत करने वाले विडियो पर लगाम कैसे लगायी जाए |यूट्यूब की इस मामले में स्थिति बड़ी
स्पष्ट है |वे कॉपी
राईट उल्लघन करने वाले वीडियो को तुरंत हटाते हैं इसके अलावा हिंसा और अश्लीलता
फैलाने वाले वीडियो पर भी उनका रुख कड़ा रहता है |उनकी पूरी टीम इस मामले में काफी
संवेदनशील है |वहीं
दूसरी तरफ बहुत सारे यूटयूबर्स ने इन्स्टाग्राम में अपने अकाउंट बना लिया है लेकिन उन लोगों
ने यूटयूब का साथ अभी नहीं छोड़ा है |फेसबुक और गूगल में छिड़ी वर्चस्व की इस
जंग में फायदा उपभोक्ताओं को मिलेगा जिन्हें अपनी क्रिएटिविटी दिखाने और
लोगों से जुड़ने के मौके नए फीचर्स के साथ मिलेंगे |
दैनिक जागरण /आईनेक्स्ट में 25/09/2019 को प्रकाशित