सुनो..... पानी का निशान मिटता नहीं
कभी कहा था तुमने
पानी पर मेरा नाम लिखते हुए
पानी में भीगे वे शब्द
आज भी गीले हैं
पानी गीला नहीं होता
पर मेरी आँखों से बरसता पानी
आज भी खोज रहा है
पानी पर लिखे उस नाम को
....सुनो पानी का निशान मिटता नहीं
कभी कहा था तुमने
पानी पर मेरा नाम लिखते हुए
पानी में भीगे वे शब्द
आज भी गीले हैं
पानी गीला नहीं होता
पर मेरी आँखों से बरसता पानी
आज भी खोज रहा है
पानी पर लिखे उस नाम को
....सुनो पानी का निशान मिटता नहीं
5 comments:
Very nice poem sir.....
PANI PR NAM KBHI LIKHTE NAHI
PANI PR KBHI NAM TIKTE NHI
LOG KAHTE HAI KI HM PATTHAR DIL HAI
LEKIN PATTHARO PR KBHI NAM MIT TE NAHI
बिन पानी सब सून
इस धरती पर है पानी की मारामार।
तभी तो लोग करते पानी का व्यापार॥
पानी रे पानी, तेरा रंग कैसा ।
पानी रे पानी, तेरा रंग कैसा ।
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